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प्रस्तुत हैं RMIM पुरस्कार 7 के नतीजे. सबसे पहले चंद तुरत-फुरत बातें इस साल के संगीत और पुरस्कारों के बारे में.
0) इस साल क़रीब 160 गाने नामांकित किए गए, जिनमें से 69 गानों को ज्यूरी ने परखा. बाक़ी गाने, जिन्हें अंतिम सूची में जगह नहीं मिली, उन्हें आप अन्य नामांकित गीत वाली सूची में देख सकते हैं.
1) अगर साल के कुछ चलनों का ज़िक्र करें तो एक चीज़ जो उभर कर आई वह थी अन्य भारतीय भाषाओं में लिखे गीतों या बोलों का इस्तेमाल. पंजाबी का प्रभाव तो हिंदी फिल्म संगीत पर आम है, पर मराठी, बांग्ला, हरियाणवी, मगही/भोजपुरी जैसी कम प्रातिनिधित्य वाली भाषाओं में भी फ़िल्मी गीत लिखे गए, लोकप्रिय हुए, और सराहे गए. गानों के बीच में अंग्रेज़ी बोलों का घालमेल दस्तूर-सा जारी रहा, पर पिछले सालों के मुक़ाबले कव्वाली-नुमा गाने थोड़े कम होते लगे.
2) प्रयोगधर्मिता मुख्यधारा का हिस्सा बनी. फ़िल्मी गीतों के पारंपरिक ढाँचे और खोल से बाहर निकलने की छटपटाहट अब पाँव ठोक कर चलने को तैयार दिखी. तरह तरह के प्रयोग हुए और कमोबेश लोगों को पसंद आए. पारंपरिक तरीके के मेलोडी आधारित संगीत की पकड़ कम नहीं हुई पर जाने कितनी ही अन्य ज़ॉनरों के शुद्ध और मिश्र प्रयोगों वाले गाने बराबर जगह लेते रहे. साल के तीन मुखरतम संगीतकारों प्रीतम, अमित त्रिवेदी, और स्नेहा खानवलकर की शैलियों की प्रखर भिन्नता इसकी गवाह है, और एक शुभ संकेत भी.
3) इस बार साल के संगीतकार के चयन में अमित त्रिवेदी और प्रीतम के बीच का फ़ासला इतना कम रहा कि हमने दोनों को संयुक्त विजेता घोषित किया है.
4) अमिताभ भट्टाचार्य धीरे पर लगातार चलते हुए हमारे साल के गीतकार बन गए है. इस साल पूरी सूची पर वे छाए रहे. उनकी ख़ासियत उनकी ताज़ा-ख़याली और शैली की मौलिकता है जो इस साल भी जमकर दिखाई दी.
5) श्रेया इस साल भी साल की गायिका रहीं पर एक और पुरअसर आवाज़ जो बार-बार सुनाई देती रही वो थी शिल्पा राव की. सुखविंदर, शंकर महादेवन, और रेखा भारद्वाज ने अपने-अपने इकलौते गानों में ही बाज़ी मार ली. नंदिनी श्रीकर और हर्षदीप कौर भी ज्यूरी द्वारा ख़ासी पसंद की गईं. पुरुष गायकों में नए आए अरिजित सिंह ने न केवल प्रभावित किया, बल्कि पहले ही साल में वे साल के गायक का खिताब ले गए. हालाँकि इसकी एक वजह पुरुष गायन में विविधता भी रही.
6) सर्वकालिक श्रेष्ठता के लिए बर्फ़ी ने बड़ी आसानी से हमारे हॉल ऑफ़ एक्सिलेंस में दाखिला पाया.
7) इस साल से पुरस्कारों की श्रेणियों में एक बदलाव किया गया है. अब सर्वश्रेष्ठ श्रेणियों के पुरस्कार किसी एक गाने को नहीं बल्कि एक बेंचमार्क से ऊपर गए सभी गानों को मिलेंगे, हालाँकि मुख्य पन्ने पर उन्हें उनके अंकों के क्रम में ही दिखाया जाएगा. इस वजह से, मसलन, सर्वश्रेष्ठ लिखा गीत अब सर्वश्रेष्ठ लिखे गीत होगा और सर्वश्रेष्ठ गाया गीत, सर्वश्रेष्ठ गाये गीत.
8)
अंत में, पुरस्कारों में शामिल (जिन्होंने नामांकन भेजे, जिन्होंने हाथ बँटाया, जिन्होंने बात बढ़ाई) सभी लोगों का शुक्रिया. ख़ास शुक्रिया हमारे 18 ज्यूरी मेम्बरान का जिन्होंने इस मुफ़्त के काम में न बुखार को आड़े आने दिया, न कम्प्यूटर की खराबी को. और आपका भी, इस जद्दोजहद के नतीजों मे रुचि लेने के लिए. गानों पर अपनी राय आप हर गाने के अपने पन्ने पर लिख सकते हैं (और अगर हो तो ज़रूर लिखें). हमेशा की तरह आप पुरस्कार हिंदी में भी देख सकते हैं और अंग्रेज़ी में भी.
मिलते हैं...
विनय